मैं ही ढाल बन तुम्हारी, ज़िंदगी और मौत के बीच खड़ा हूँ! मैं ही ढाल बन तुम्हारी, ज़िंदगी और मौत के बीच खड़ा हूँ!
तुझे क्यों बनाया था और तूने क्या कर के छोड़ दिया। सोचा था तू सब को करीब लाएगा, तूने तुझे क्यों बनाया था और तूने क्या कर के छोड़ दिया। सोचा था तू सब को करीब ला...
ओ यारों कुछ तो शर्म करो. ओ यारों कुछ तो शर्म करो.
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समाज की सोच बदलो, आदिम-अशुभवृत्तियों की, रूढ़िवादी-तंत्र को छोड़ो, ज़िद करो, दुनिया बदलो। समाज की सोच बदलो, आदिम-अशुभवृत्तियों की, रूढ़िवादी-तंत्र को छोड़ो, ज़ि...
इस अनमोल रत्न रूपी कलम ने सिखाया मुझे जीवन का महत्व। इस अनमोल रत्न रूपी कलम ने सिखाया मुझे जीवन का महत्व।